नफरतें साजिशें मक्कारियां बहाने ये सब कमज़र्फ़ लोगों के मशगले हैं ज़र्फ़ वालों को इतनी फ़ुर्सत कहां कि वह दूसरों के ऐब ढूंढते फिरें
मां बाप के साथ तुम्हारा सुलूक ऐसी कहानी है‚ जो लिखते तुम हो लेकिन तुम्हारी औलाद तुम्हें पढ़ कर सुनाती है।
सच्चे लोगों को गुस्सा जल्दी आ जाता है, मुनाफिक लोग मूंह पर मुस्कुराहट और दिल में गुस्सा रखते हैं।
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